रिश्वत और धोखाधड़ी मामले में जेल जाएंगे गौतम अडानी? अडानी के स्टॉक का क्या होगा?

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Will Gautam Adani go to jail in bribery and fraud case? What will happen to Adani’s stock?

Amid a massive drop in Adani Group stock following bribery and fraud allegations against Gautam Adani and others, the big question for consumers is whether this is a buying opportunity or a signal to stay away.

गौतम अडानी रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी मामला: चौंकाने वाला विवरण सामने आया जिससे पूरा भारत में हलचल मचा हुआ है!:-गौतम अडानी रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी मामले में नवीनतम घटनाक्रम को उजागर किया है जिसने कॉर्पोरेट जगत को हिलाकर रख दिया है। इस आर्टिकल में वित्तीय कदाचार, रिश्वतखोरी के आरोपों और अडानी और उनके सहयोगियों के खिलाफ की गई कानूनी कार्रवाइयों पर प्रकाश डालेंगे। जानें कि यह घोटाला भारत के व्यापार परिदृश्य और वैश्विक निवेशकों के विश्वास को कैसे प्रभावित कर सकता है।

Adani ग्रुप के स्टॉक पर भारी गिरावट देखने को मिल रही है जिसके चलते हर चार-पांच महीने के बाद उनके शेयर में लवर सर्किट हमें देखने को मिलती है

पहले तो हिडेनबर्ग का Crash कैस था जिसमें Adani ग्रुप के सारी Company’s के इन्वेस्टर को तगड़ा झटका दिया था उसके बाद हिडेनबर्ग की एक और दूसरी रिपोर्ट आई जिसमें उन्होंने Adani ग्रुप और सेबी के  आरोप लगाया था लेकिन फिर उससे ज्यादा कुछ नुकसान नहीं हुआ Adani Share’s को और इसलिए लगता है की यूनाइटेड स्टेट अमेरिका के कोड ही मैदान में उतर गई है

आज ही सुबह यह न्यूज़ आई है कि USA के District कोर्ट ने अडानी ग्रुप को 2000 करोड़ ब्राइब care में दोषी करार दे दिया है

साथ ही एसीसी जो कि वहां की शेयर मार्केट रेगुलेटर है उन्होंने भी केस फाइल कर दी है

इंटरेस्टिंग बात तो यह है कि जो पूरा मामला है यह Adani ग्रीन से जुड़ा हुआ है लेकिन इसके बावजूद सारा Adani ग्रुप के Share लोअर सर्किट या फिर बहुत तेजी रफ्तार से गिर रहा है अडानी एंटरप्राइजेज लगभग 18% से 19% पर डाउन है अडानी पोर्टस लगभग 12% पर डाउन है और Adani ग्रीन लगभग लगभग 16% डाउन है
तो Adani ग्रुप की जो 11 कंपनी है उन सभी के शेयर मार्केट प्राइस लगभग 15 टू 20% डाउन चल रही है लगभग 2.25 लाख करोड़ इन्वेस्टर का पैसा धुआं हो चुका है

तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसा क्या आरोप  है कि जिसे इतना बड़ा सनसनी फैला हुआ है

आप सभी को मालूम है कि यह न्यूज़ आज ही आई है!

आप लोगों को पता है कि कुछ ही टाइम पहले Adani ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी का प्रोडक्ट जीता था जिसकी वैल्यू थी लगभग 45000 करोड़ यह एक मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट का लिंक था

जिसमें Adani ग्रुप की कंपनी मैन्युफैक्चरिंग पलान भी लगने वाली थी साथ ही इलेक्ट्रिसिटी भी सप्लाई करने वाली थी अब यह जो प्रोजेक्ट था यह काफी लंबा प्रोजेक्ट होने वाला था लगभग लगभग 20 से 30 सालों का था और एक अनुमान था कि Adani ग्रुप को इस प्रोजेक्ट से करीब करीब 16000 करोड़ का प्रॉफिट होने वाला था अब अडानी ग्रीन की डील हुई तब अडानी ग्रीन 500 करोड़ का लॉस में था तब आपलोग समझ सकते थे कि अडानी ग्रीन का व्यू कितना बड़ी डील था

लेकिन जैसे कि आप लोगों को पता है कि स्टेट गवर्नमेंट की जो कंपनी होती है जनरली वही Loses में ही होती है
अब एक इलेक्ट्रिसिटी कंपनी इतने बड़े लॉसेस में कैसे जो सोलर इलेक्ट्रिसिटी है वह कॉल इलेक्ट्रिक सिटी से महंगा होती है तो स्टेट गवर्नमेंट की जो कंपनी जो ऑलरेडी लॉसेस में है वह महंगा इलेक्ट्रिसिटी खरीद कर और लॉसेस में जो जा रही थी जिसके चलते यह जो पूरी ऑर्डर थी बहुत बड़ी संकट में थी

अब ऐसा सिचुएशन में इंडिया में क्या होता है अगर आर्डर बनाकर रखनी है तो यूनाइटेड स्टेट अमेरिका का कोर्ट का यह रनिंग आया है कि गौतम अडानी उनके नेफ्यू और बाकी 6 लोगों ने मिलकर जो अलग-अलग स्टेट के गवर्नमेंट ऑफिशल को उन्होंने घोष खिलाई है
अब खिलाई तो कितना घुस खिलाई सो100, 200 करोड़ का नहीं लगभग लगभग 2000 करोड़ की घोष खिलाई
यह यूनाइटेड स्टेट अमेरिका के कोर्ट का कहना है कि कहीं कहीं तो यह अभी मेंशन है कि कुछ ऑफिशियल को तो अडानी खुद मिले हैं

तो इसके बाद क्या हुआ:- यह घुस मिलने के बाद जो चार पावर distribution कंपनी अलग-अलग स्टेट कि इन्होंने अडानी ग्रुप से महंगा इलेक्ट्रिसिटी खरीदना शुरू कर दिया
तो यहां पर एक point यह भी है कि इसका रूलिंग कोड यूनाइटेड स्टेट की जो पावर कंपनी ऑलरेडी लॉसेस में थे वह और भी महंगा है इलेक्ट्रिसिटी खरीद रहे थे जिसके चलते और भी ज्यादा लॉसेस में चली गई
इसमें कंपनी का नुकसान सभी लोगों और इन्वेस्टरों का नुकसान और कोड कैसे रूलिंग में यहां तक भी मेंशन है कि Adani ग्रुप ने जो पेमेंट की गई बाकी लोगों को घोष के तौर पर वह इन्होंने सेल कंपनी के जरिए पेमेंट की

और यह दिखाया कि कॉन्सुलेटिंग फीस के तौर पर वह फीस उन्होंने मिली है
सब मिलकर जो आंध्र प्रदेश का आर्डर है उसे लेने के लिए 16000 करोड़ की ब्राइब दी गई

सेम चीज छत्तीसगढ़ तमिलनाडु और जम्मू एंड कश्मीर की केस में हुई है

और आप लोग सोच रहे हैं कि मामला इंडिया का सामने वाली दोनों कंपनी और ऑफिसर सारी चीज इंडिया के तो USA ए केस इन्वेस्टिगेट क्यों कर रहा है

यह तो इंडिया में इन्वेस्टिगेट होना चाहिए USA के कोड रोलिंग के अनुसार जो 2000 करोड़ की घोष दी गई वह पैसा आया कहां से

Adani Group पे यह आरोप है कि इस अमाउंट का एक पार्ट USA के इन्वेस्टर से आया है

जिसमें कनाडा का इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर का भी नाम आ रहा है
Adani ग्रुप ने 600 बिलियन डॉलर के bonds  USA के इन्वेस्टर से लिए थे

अब इस न्यूज़ के बाद अडानी ग्रुप कैंसिल करने वाला है ऐसा न्यूज़ मीडिया के जरिए बताया है
हालांकि पूरा कैसे इंडिया का है तो इंडिया में इसका इन्वेस्टिगेशन होना चाहिए था लेकिन यह मामला पूरा का पूरा USA में चल रहा है

इसके पीछे जो कारण है वह है फॉरेन करप्ट प्रोकेटशेस एक्ट of 1977 यह USA का एक एक्ट है!

और इस एक्ट के अकॉर्डिंग अगर कोई कंपनी फॉरेन के गवर्नर को ब्राइब करती है तो उसे कंडीशन में सजा हो सकती है

लेकिन चेंजेस यह है कि इस केस से भी अडानी ग्रुप बच सकता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप जो कि अमेरिका का प्रेसिडेंट बनी है वह पूरी इस एक्ट को हटाने चाहते हैं क्योंकि उन्होंने जो वादा किया किया था USA कि लोगों को यह जो एक्ट है यह कंपनी को काफी hardly करता है

तो यह एक्ट हटा दिया जाता है तो मामला यहीं पर रफा दफा हो जाएगा क्योंकि वहां का जो रेगुलेटर एसीसी ने भी केस हाथ में लिया है और इंडिया में शायद मामला गर्म हो सकता है तो आने वाला टाइम पर काफी कुछ देखने को और सुनने को मिल सकता है

और इसी तरह फाइनेंशियल न्यूज के लिए 24 न्यूज़ कैंपस हिंदी के साथ बने रहिए धन्यवाद

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