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भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते रिश्तों का असर भारत के शेयर मार्केट में देखने को मिल रहा है! अब तक लोगों को यह जानकारी है कि भारत और कनाडा के बीच में जो ट्रेड है वह लगभग 8 बिलीयन डॉलर के आसपास है
लेकिन जब आप लोगों को यह पता चलेगा कि भारत और कनाडा के बीच में लगभग 100 बिलीयन डॉलर का फंड ऐसा है जो कनाडा भारत में लगाकर बैठा हुआ है
भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते रिश्तों का असर क्या Share मार्केट में पड़ेगा
ऑलरेडी भारत और कनाडा अपने-अपने रिश्तों में एकदम खींच चुका है कनाडा का इन्वेस्टमेंट जो इंडिया के साथ है वह इन सारी चिताओं के बावजूद पिछले 4 सालों में इंक्रीज हुआ है
कनाडा पेशेंट योजना क्या है?
कनाडा पेशेंन योजना (सीपीसी) कनाडा सरकार द्वारा संचालित एक सेवा निवृत्ति कार्यक्रम है जिसे सेवा निवृत्ति पेशेंन विकलांगता लाभ और उत्तरजीवी लाभ है जैसे योजना लाभों के माध्यम से कनाडा श्रीमिका और उनके परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है कनाडा सरकार द्वारा
हमारे देश में क्या होता है हमारे देश में तो अपने ही Share बाजार में पैसा लगाते हैं भारत का शेयर मार्केट तो छलांगा मार रही है आने वाले 2027 तक हम दुनिया के तीसरी बड़ी इकोनॉमी बन जाएंगे
कनाडा द्वारा नाइंथ जो लार्जेस्ट पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट है इंडिया के अंदर है 9th लार्जेस्ट मतलब इंडिया जो वर्ल्ड में नाइंथ लार्जेस्ट के बाद सबसे ज्यादा पैसा लेता है वह है कनाडा
भारत मैं लगभग लगभग कनाडा की 600 कंपनियां काम करती है सबसे ज्यादा भारत में किसने पैसा लगा रखा है तो वह अमेरिका ने पैसा लगा रखा है जो बाहर से पैसा आता है ना अपने पास अपने भारत में उसमें से 39.40% पर अमेरिका वाले ने लगा रखा है भारत में पैसा शेयर मार्केट में और भी अलग-अलग कंपनी में
भारत के अंदर जो भी विदेश से पैसा आ रहा है उस विदेश से आने वाले पैसे में अमेरिका 19000 करोड़ का इन्वेस्ट करके रखा है लगभग लगभग 40% पर भारत का जो FPI है वे केवल अमेरिका से आ रही है सेकंड नंबर पर है सिंगापुर तीसरा नंबर पर है लक्जमबर्ग मॉरीशस,Uk, आयरलैंड और फिर रहा उसके बाद कनाडा डेढ़ लाख करोड़ का भारत में कनाडा की तरफ से FPI आया हुआ है और शेयर मार्केट में बड़ा कंट्रीब्यूशन है
भारत में इन सेक्टर में कनाडा का निवेश है:- कनाडा पेशेंन फंड का भारत में बड़ा निवेश है और देश की कई दिक्कत कंपनी में स्टॉकहोल्डिंग भी है CPPIB ने भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर, रिन्यूएबल, एनर्जी,IT और फाइनेंशियल जैसे सर्विस कंपनी में मोटा पैसा लगा हुआ है
लोगों के दिमाग में तो एक सवाल उठता होगा क्या कनाडा और हमारा शेयर मार्केट से पैसा निकाल लेगा तो क्या हमारा शेयर मार्केट धर्म सा नीचे गिर जाएगा
ना तो कनाडा पैसा निकालने वाला है ना तो मार्केट नीचे गिरने वाला है क्योंकि पूरी दुनिया में जितने भी पूंजी वादी देश है व कैपिटल कंट्री है यह लोग कितने भी लड़ाई लड़ ले लेकिन पैसा का नुकसान नहीं होने देता है यह राजनीतिक लड़ाइयां है जो चलती रहती है
600 कर्नाटक कंपनियों का भारत में बिजनेस है:- एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 600 कनाडा कंपनियां भारत में अपनी बिजनेस कर रही है और अगर यात्र निर्यात की बात करें तो दोनों देशों के बीच बड़ा कारोबार होता है वित्तीय वर्ष 2022-23 में इंडिया और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापारिक व्यापार 8.3 अरब डालर था जो FY 2023-24 मैं बढ़कर 8.4 अरब डालर हो गया है हालांकि इस दौरान कनाडा से भारत का आयत बरकर 4.6 अरब डालर हो गया है
जबकि निर्यात में मामूली गिरावट दर्ज की गई है और यह 3.8 अरब डालर रह गया है
इन दोनों देशों के बीच किस-किस चीज का होता है कारोबार:- दोनों देशों के बीच आयात और निर्यात होने वाले सामानों के बारे में बात करें तो भारत की ओर से कनाडा ज्वेलरी और कीमती पत्थर फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट्स रेडीमेड कपड़े मैकेनिकल अप्लाईसज, ऑर्गेनिक केमिकल, light engineering Saman iron aur Steel bheja Jata Hai Vahi dusri aur Bharat Canada se kagaj aur फर्नीचर का सामान पोटाश, आयरन कॉपर, मिनरल्स और इंडस्ट्रियल केमिकल खरीदता है
लेकिन कनाडा को स्पष्ट पता है कि पैसे से ऊपर कोई रिलेशन नहीं होता है चाहे पैसा अगर आपके पास है तो दुश्मन के साथ व्यापार करना पड़े तो कर लेंगे यह बात अच्छी सी जानती है कनाडा सरकार
आप लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है शेयर मार्केट में ट्रेड करो और इन्वेस्ट करो और खूब पैसा कमाओ बस यह जानकारी आप लोगों को देना था
निष्कर्ष:- इस आर्टिकल में कनाडा और भारत के बीच बिगड़ती रिश्तो के बारे में जानकारी दिए हैं आने वाले समय में आप लोगों को ऐसी जानकारी और अच्छी सी मिलती रहेगी इसलिए आपलोगों से गुजारिश है कि 24 न्यूज़ कैंपस हिंदी के साथ जुड़े रहिए धन्यवाद