आप सभी का स्वागत है 24 News Campus Hindi
मैं जहां पर आप लोगों को मिलता है फाइनेंस एजुकेशन एंड फाइनेंस न्यूज अगर बात फाइनेंस का हो तो यहां पर हम किसी भी जानकारी को छोड़ नहीं सकते पता नहीं कब आप लोगों का आमना-सामना हो जाए किसी चीज से उसके बारे में आप लोगों को डिसीजन तभी ले सकते हैं जब आपको अच्छी से उसके बारे में पता हो उसके बारे में जानकारी हो
Information about the basics of Forex Trading
What is Forex Trading
Indian Mai Forex Trading Kasa Kara
Forex Trading Basic Concept
Technical And Fundamental Analysis
Know The Difference Types Of Order
Broker
Demo Account
Currency Pair
Short Term And Long Term
Lavrage,Margin Lot size,Market Order,Limited Order,Stop Loss
तो आज हम लोग जानेंगे फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में क्योंकि स्टॉक मार्केट की तरह ही फॉरेक्स मार्केट भी फाइनेंशियल मार्केट का एक पार्ट है
जहां Stock Market मैं मेनली Shares और इक्विटी की ट्रेडिंग से जुड़े होते हैं वही फॉरेक्स मार्केट Currency की ट्रेडिंग पर फोकस करता है
और इन दोनों ही मार्केट के जरिए Trader और इन्वेस्टर प्रॉफिट कमा सकते हैं
अब अगर शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानना है तो उसके लिए आप लोगों को 24 न्यूज़ कैंपस में बहुत सारे आर्टिकल मिल जाएंगे जिन्हें आप लोग जरूर पढ़िए और शेयर मार्केट से रिलेटेड नॉलेज को बढ़ाऐ
और अगर फॉरेक्स ट्रेडिंग में आप लोगों का दिलचस्प है तो यह आर्टिकल आप लोगों के लिए ही है इसलिए इस आर्टिकल के एंड तक बने रहिए आपके अपने 24 न्यूज़ कैंपस हिंदी पर
चलिए जरा यह बताइए कि अगर आप लोग अमेरिका या कोई अदर कंट्री घूमने जा रहे हैं आपको कौन सी Currency की जरूरत पड़ेगी डॉलर की जहां डॉलर चलती है जैसे कि अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भी Other कंट्री में जहां डॉलर चलती है इसके लिए आप अपने इंडियन रुपीस को डॉलर में चेंज कराएंगे और आप इस तरह फॉरेक्स मार्केट में एक छोटा सा ट्रेड करेंगे
अब भले ही आप एक प्रोफेशनल फॉरेक्स ट्रेडर ना हो लेकिन फिर भी रुपया को डॉलर में बदलवाते समय आप भी फॉरेक्स मार्केट में एक छोटा सा लेनदेन कर रहे होंगे ऐसा इसलिए क्योंकि Forex का फुल फॉर्म है (Foreign Exchange) जो होता है Foreign Exchange Market मैं जिसे हिंदी में हम लोग विदेशी मुद्रा बाजार कहते हैं
यह एक ऐसा मार्केट होता है जहां पर दुनिया भर की करेंसी को आपस में एक्सचेंज किया जाता है दुनिया के इस सबसे बड़े मार्केट में अलग-अलग देश की करेंसी को खरीदा और बेचा जाता है और आप लोग सोच रहे होंगे कि फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से क्या फायदा होता है इस ट्रेडिंग के भी बहुत से फायदे होते हैं जैसे कि आप लोग जानते ही है फॉरेक्स मार्केट 24 घंटे खुले रहने वाले मार्केट है
इसीलिए 24 घंटे में किसी भी समय पर आसानी से ट्रेड किया जा सकता है
और इस मार्केट में Trader & Invester Currency की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से प्रॉफिट भी कामना भी जानते हैं पर प्रोफेशनल सब लोग होते हैं
यह स्टॉक मार्केट की तरह ही होते हैं जब Currency की कीमत बढ़ती है तब दूसरी Currency की कीमत घटती है Trader इस Difference का अंदाजा लगा करके प्रॉफिट कमाते हैं
Forex Market को हाय लिक्विडिटी भी काफी फेमस बनती है
High Liquidity का मतलब इस मार्केट में आप लोगों को अपनी Currency खरीदने या Currency को बेचने के लिए किसी भी समय आसानी से Buyer And Seller मिल सकता है
इस फॉरेक्स मार्केट में इरिटेबिलिटी और Risk भी काफी ज्यादा होता है
जो Trader को काफी ज्यादा लॉस करवा सकती है और प्रॉफिट भी करवा सकती है
India Mai Forex Trading Kasa Kara?
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग(Foreign Exchange Management Act) यानी (FEMA) के तहत होती है
और इस एक्ट को भारत रिजर्व बैंक यानी आरबीआई लागू करता है यहां पर आप लोग फॉरेन ट्रिप के लिए जरूरी फॉरेन करेंसी को खरीद सकते हैं!
Foren Country’s और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते हैं और फॉरेन कंपनी के साथ मिलकर बिजनेस भी कर सकते हैं लेकिन आप लोग डायरेक्ट फॉरेन करेंसी भारत में खरीद या बीच नहीं सकते हैं
इसलिए आप लोगों को आरबीआई से अप्रूव्ड हो करके ब्रोकर के जरिए ही ट्रेड और इन्वेस्ट कर सकते हैं और बिना आरबीआई के परमिशन के एक फिक्स्ड अमाउंट से ज्यादा का फॉरेन करंसी एक्सचेंज भी नहीं कर सकते हैं
अगर आप लोग भारत में रहकर के फॉरेक्स ट्रेडिंग करने जा रहे हैं तो आप लोगों को लंदन और New York के टाइम को ध्यान में रखते हुए ट्रेडिंग करना चाहिए क्योंकि इन टाइम्स पर फॉरेक्स मार्केट बहुत ज्यादा एक्टिव रहता है और आप लोगों के पास पैसा कमाने का सबसे ज्यादा मौका होता है यानी यह टाइम भारत में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे अच्छा टाइम होता है
Landon का Time
The Landon Session is Active From 12:30 Pm To 9:30 Pm
और New Work Session Form 06:00 pm to 3:30 Am
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपलोगों के पास यह डॉक्यूमेंट होना जरूरी है
1》Andhra Card
2》Pan Card
3》Income Certificate
4》Passport
5》 एक अच्छा Broker Account
6》Bank Account
यह डॉक्यूमेंट होना जरूरी होता है और एक ब्रोकर और एक बैंक अकाउंट के साथ आप लोग फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं
आपलोगों को हमेशा फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए पांच बात ध्यान में रखना चाहिए
1》Forex Trading के बेसिक के बारे में जानकारी:- फॉरेक्स ट्रेडिंग में प्रॉफिट कमाने और रिस्क को कम करने के लिए जरूरी है आप लोगों को Currency Pair’s Long And Short Position और लेवरेज जैसे बेसिक के बारे में जानकारी होना चाहिए
Currency Pair:-Forex Trading मैं हमेशा दो Currency का एक pair होता है
(1) USD (2) INR यानी अमेरिकी डॉलर और भारतीय रुपया
ऐसे में बहुत सारे Currency Pair होते हैं
इस करेंसी में एक Base Currency और एक Quote Currency होती है
किसी भी Currency में पहले वाला हिस्सा Base Currency होता है जैसे USD/INR
Quotes Currency:- वह Currency है जिसकी मात्रा बदल जाती है और यह बताती है कि आप लोगों को एक यूनिट बेस Currency खरीदने के लिए कितना Qoute Currency देनी होगी
भारत में USD /INR Currency मै Trade करते हैं
Short Term And Long Term:- जब आप ट्रेड के तौर पर आप लोग यह मानती है कि या अंदाजा लगाते हैं कि Currency Pair की कीमत बढ़ेगी तो आप लोग उस Pair को खरीदते हैं तो इसलिए लॉन्ग Pair कहते हैं या लॉन्ग टर्म कहते हैं
Currency Pair का मतलब अमेरिकी डॉलर
और जब आप लोग यह मानते हैं कि या अंदाज लगते हैं कि एक Currency Pair की कीमत घटेगी तो आप लोग उस Currency Pair को बेच देते हैं इस शॉर्ट पोजीशन कहते हैं
इस तरह आप लोग इस मार्केट का पूरा प्रॉपर नॉलेज रखेंगे तो मार्केट चाहे बढ़ रहा हो या मार्केट गिर रहा हो आप लोग दोनों ही कंडीशन में प्रॉफिट कमा सकते हो
तो चलिए Lot Size -Leverage-Margin के बारे में जानते हैं
Lot Size एक पैकेट जैसा होता है जिसमें एक स्पेसिफिक क्वांटिटी में करेंसी होती है
जब आप लोग फॉरेक्स मार्केट में ट्रेड करते हैं तो इस पैकेट को खरीदने बेचते हैं.
[Lot Size]
Stander Lot 100,000
Mini Lot 10,000
Micro Lot 1,000
Nano Lot 100
Lavrage:-Lot Size के साथ Lavrage मैं आपलोग अपनी इन्वेस्टमेंट से ज्यादा कीमत का ट्रेड कर सकते हैं
Margin:- यह भी लेवरेज का पार्ट होता है और यह अमाउंट जब हम लोग ट्रेड करने से पहले ब्रोकर में पैसा डालते हैं और उसके बाद ही ट्रेड करते हैं जैसे हम लोग छोटे-छोटे मार्जिन से ट्रेड कर सकते हैं 10000, 15000,
20000
2》Technical And Fundamental Analysis
यह टेक्निकल और फंडामेंटल दोनों ही एनालाइज सक्सेसफुल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए जरूरी है
जहां पर टेक्निकल एनालिसिस यह बताता है की मार्केट में कब खरीदना है कब बेचना है
वही फंडामेंटल एनालिसिस बताता है कि क्यों खरीदना या बेचना है
Technical Analysis:- टेक्निकल एनालिसिस मार्केट मोमेंट को समझने और भविष्य में होने वाली कीमतों का अनुमान लगाने में आप लोगों की हेल्प करती है और मूविंग एवरेज और कैंडलेस्टिक पेटर्न जैसे टेक्निकल इंडिकेटर यूज करके Currency Pair की कीमतों का पता लगाया जाता है
Fundamental Analysis:- फंडामेंटल एनालिसिस Currency की कीमतों की इफेक्ट करने वाले इकोनामिक पॉलीटिकल और सोशल फैक्टर्स के बारे में जानकारी देता है जैसे की GDP Growth Rate और इंटरेस्ट रेट गवर्नमेंट पॉलिसी इंटरनेशनल रिलेशन और किसी भी कंपनी का प्रोडक्ट लॉन्च इत्यादि
इसलिए आप लोगों को फॉरेक्स ट्रेडिंग हो या स्टॉक मार्केट हो पहले आप लोगों को टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस करना सीखना चाहिए
3》Know The Different Types Of Order :-Forex Trading मैं कई प्रकार के ऑर्डर्स होते हैं जिसका यूज ट्रेडिंग स्ट्रेटजी के अकॉर्डिंग यूज कर सकते हैं! इसलिए इनके बारे में आप लोगों को पता होना चाहिए
और ऐसे में कुछ आर्डर होते हैं Market Order,Limited Order,Stop Loss और टेक प्रॉफिट ऑर्डर
Market Order:- जब आपलोग मार्केट आर्डर देते हैं तो प्रेजेंट में मार्केट प्राइस पर तुरंत खरीदने या बेचने का ऑर्डर दे रहे हैं
Limited Order:- लिमिट ऑर्डर देने का मतलब यह है कि स्पेसिफिक प्राइस पर खरीदनी या बेचने का आर्डर देना
अगर मार्केट की प्राइस आपके द्वारा डिसाइड की गई प्राइस तक पहुंचती है तभी वह आर्डर कंपलीट होगा!
Stop Loss:- स्टॉप लॉस ऑर्डर यह मार्केट में एक तरफ से सेफ्टी आर्डर है|
अगर मार्केट प्राइस आपके द्वारा फिक्स किए गए प्राइस तक पहुंच जाता है तो आपके स्टॉप लॉस को ऑटोमेटेकली बंद कर देगा
Take profit order:- टेक प्रॉफिट ऑर्डर एक तरह का सेफ्टी आर्डर है मार्केट प्राइस आपके द्वारा फिक्स्ड किए गए प्राइस तक पहुंच जाती है तो आपके प्रॉफिट को Secure करने के लिए यह ऑटोमेटेकली आपके मौजूद पोजीशन को बंद कर देता है
4》Broker:- एक अच्छा ब्रोकर चुनिए Forex Trading के लिए एक ऐसा ब्रोकर या ब्रोकरेज Form चुना जरूरी है जो अच्छा सर्विस प्रोवाइड करती हो और उसे ब्रोकरेज का पूरा डिटेल जाने के बाद वे यूजर फ्रेंडली है या नहीं उसका कस्टमर सपोर्ट कैसा है और उस Form का मार्केट एनालिसिस और रिसर्च टूल कितने इफेक्टिव है इसे भी चेक कीजिए
उसके बाद ही एक अच्छा ब्रोकरेज फॉर्म को चुनिए
भारत में Angel One,Zerodha,HDFC Securities,5 Pasa,Dhan फार्म सबसे ज्यादा यूज करते हैं लोग
5》Demo Account :-डेमो अकाउंट पर प्रेक्टिस कीजिए
Forex Trading मैं रियल इन्वेस्टमेंट और ट्रेड करने से पहले आप लोगों को प्रैक्टिस कर लेना चाहिए इससे आपको डेमो अकाउंट मदद कर सकता है
यह एक तरह का वर्चुअल ट्रेडिंग अकाउंट होता है जो आपकी रियल मनी की तरह ही आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग का एक्सपीरियंस देता है इस अकाउंट में आप डिफरेंट यानी अलग-अलग टूल यूज करके प्प्रैक्टिस कर सकते हैं
इसमें आप Limited Order
Market Order
Stop Loss Order. Extra का प्रेक्टिस कर सकते हैं और आप अपने स्टेटजी को मार्केट मैं टेस्ट करके देख सकते हैं
और मार्केट के कंडीशन को ज्यादा बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और दर लालच और दबाव से और इमोशन कंट्रोल करते हुए सही तरीके से ट्रेडिंग करने का हैबिट बना सकते हैं
और यह पांच तरीके को पर कर समझ कर फॉरेक्स मार्केट के बेसिक को समझ सकते हैं मार्केट रिसर्च और अपने गोल की इंपोर्टेंस को समझ सकते हैं और सोच समझ कर Financial एडवाइजर का सलाह लेते हुए बिगनर लेवल पर फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं
निष्कर्ष:- इस आर्टिकल में Forex Trading और Investing के Basic Concept के बारे में जानकारी दिए हैं इसी पढ़कर आपलोगों कैसा लगा Comments करके जरूर बताइए और ऐसे ही फाइनेंशियल एजुकेशन और न्यूज़ के लिए 24 न्यूज़ कैंपस हिंदी के साथ बने रहिए धन्यवाद