शेयर मार्केट में फिलहाल काफी सारे इन्वेस्टर चिंता में है क्योंकि लगातार मार्केट में बड़े से बड़े Crash हो रहा है!
http://Indian Stock Market to Crash More!भारतीय शेयर बाज़ार में और गिरावट!
अब कल भी मार्केट में बहुत बड़ा Crash आया उसमें कुछ दिन पहले भी आया और यह लगातार हो रहा है!
जब शेयर मार्केट लगातार ऊपर जाता है तो उस समय कोई ना कोई ऐसा सिग्मेंट बहुत बड़े मात्रा में खरीदने आ जाता है
सिमिलरली जब मार्केट बहुत ज्यादा Crash हो जाता है उसका यह मतलब है कि कोई ना कोई बहुत बड़ा मात्रा में Shares बेच रहा है वह जो सिग्मेंट है उसका नाम है एफ आई आई यानी Fii (Foreign instituational investors) इसके पीछे तीन कारण है जिनके बारे में आज हम इस आर्टिकल में विस्तार से बात करेंगे
तो सबसे पहले कारण यह है कि बहुत सारे जो एफ आई आई है Foreign portfolio investors वे इंडिया से पैसा लेकर China के मार्केट में एक अच्छा खासा पैसा डाल रहे हैं
रीजन यह है कि China में बहुत बड़े Sati munici package अनाउंस किया गया है जिसकी वजह से वहां पर पैसा जा रहा है लेकिन फौरन इंस्टीट्यूशन की बात करें तो अक्टूबर Month में इतना ज्यादा आउटफ्लो आया था
उसके पीछे रीजन यह है कि आज USA mai Elections है 5 तारीख को आप दो-तीन दिन में यहां पर एक क्लियरली अपडेट आ जाएगी
[India] इंडिया में यह होता है कि कई बार पार्टिकुलर सरकार आता है तो शेयर प्राइस बहुत ज्यादा बढ़ जाता है अगर वह जीत कर आती है तो कई सारे एक्सपर्ट का यह मानना है कि अगर यूनाइटेड स्टेट अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वहां पर सेलेक्ट होकर आते हैं तो वहां पर शॉर्ट टर्म में अच्छा खासी रैली देखने को मिल सकती है
लेकिन अगर कमला हैरिस वहां पर सेलेक्ट होकर आते हैं तो वहां पर एक शॉर्ट टर्म में कुछ डाउन फेस देखने को मिल सकता है!
जो मार्केट में मोमेंट होता है वह जनरली शॉर्ट टर्म होता है तो यह एक चीज है कि जिसकी वजह से अभी एफ आई आई थोड़ा सा कौसस है क्योंकि इस बार कांटे की टक्कर है क्लेरिटी ज्यादा कुछ नहीं है किसी को बहुत सारा डाटा यह कह रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप इजीली यहां पर जीत जाएंगे लेकिन फाइट तो टॉप ही लग रही है
तो या दो तीन दिन इवेंट जो है यह काफी सेंसिटिव इवेंट्स है जिनका शेयर प्राइस पर बहुत बड़ा इंपैक्ट होता है और यूनाइटेड स्टेट अमेरिका का इलेक्शन का बड़ा मात्रा में नहीं तो छोटी मात्रा में भी इंडिया में थोड़ा बहुत 1,2,3 दिन के लिए इंपैक्ट हो सकता है
तो बहुत सारे Foreign Instituation Invester का यह फियर है कि अगर यह बिजनेस परफॉर्मेंस नहीं बढ़ती रही तो जो बड़े वैल्यूएशन है वह सस्टेन होना बहुत डिफिकल्ट हो जाएगा
लार्ज कैप में उतना प्रॉब्लम नहीं है जितना Midcap सेगमेंट की बात करें जहां पर बहुत ज्यादा वैल्यूएशन दिए गए कंपनी को लेकिन वहां पर अभी परफॉर्मेंस सेकंड क्वार्टर में काफी. ढlलम ढोल है यही चीज आने वाले 1,2 क्वार्टर में जो जारी रखती है तो वहां पर वैल्यूएशन में और करेक्शन आपको देखने को मिलेगा और वहां पर अगेन अच्छी रिटर्न मिलना जिस तरह के मिले हैं एक डेढ़ साल में वे मिलना आप लोगों के लिए टफ हो जाएगा
लेकिन बिजनेस बढ़ेगा तो धंधा बढ़ेगा तभी तो शेयर प्राइस बढ़ेगा लॉन्ग टर्म में और कई सारे फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर है उनको यह है कि अगर यही चीज जारी रहे आने वाले कुछ क्वार्टर में तो यहां पर एक और अच्छा खासा करेक्शन देखने को मिल सकती है
तो चीन में एफ आई आई को एक अपॉर्चुनिटी दिख रही है तो थोड़ा बहुत पैसा वहां पर डाल रही है USA इलेक्शन जब तक खत्म नहीं होता तब तक ज्यादा रिस्क लोग लेना नहीं चाहते तो पैसा निकाल लिया इंडियन मार्केट से
और तीसरी चीज यह करेक्शन है कि इंडिया का Share’s की जो परफॉर्मेंस है जो कंपनी की परफॉर्मेंस है वह क्वार्टर 2 के सेगमेंट में काफी खराब आई है
अगर मीडिया सेगमेंट की बात करें तो यह काफी सारी कंपनी ओवर वैल्यू है लेकिन अभी भी अपॉर्चुनिटी है कि कई सारी कंपनी ऐसा भी है जहां पर वैल्यूएशन काफी कम है तो पूरे मार्केट की हिसाब से आपको नहीं देखना है आपको एक इंडिविजुअल कंपनी के हिसाब से देखना है कि आप जिस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं उसका वैल्यूएशन कैसा है क्योंकि कई बार होता है कि सेंसेक्स अल्टीमेटली हाई पर है लेकिन उस 30 Company में से एक दो कंपनी ऐसा होता है कि जो आप लोगों को बहुत ही चिप वैल्यूएशन पर मिल जाता है
अब ऐसा नहीं है कि बहुत सारे फिर ऐसा भी है जिनको बहुत ही अच्छा मीडियम रिटर्न मिले हैं उनसे कई गुना बेटर रिटर्न रिटेलर इन्वेस्टर को मिले जो स्मार्टली इन्वेस्ट करते हैं तो जरूरी या नहीं है कि वह जो कर रहा है वही करना सही है आप लोगों को सही कंपनी ढूंढना है और उनमें बने रहना है तो आपको अपनी स्ट्रेटजी के हिसाब से चलना है किसी के बहकावे में नहीं आना है
और दूसरी चीज मैं आप सभी को बताना चाहता हूं की मार्केट कभी भी इस तरह से ऊपर नहीं जाता है
सेंसेक्स का ही पिछले 5 साल का ग्राफ उठा कर देख लीजिए यहां पर मार्केट 2020 में down फॉलो आया था उसके बाद मार्केट लगातार ऊपर की ओर चल रहा है तो कई बार शेयर प्राइस ऊपर चले जाता है कई सारे Share ओवरवैल्यूड हो जाता है तो एक करेक्शन उसमें भी आ जाता है
फिर से जब बिजनेस का परफॉर्मेंस बढ़ जाता है improve हो जाता है तो फिर से शेयर प्राइस बढ़ने लगती है
तो यह जो शॉर्ट टर्म जो साइकिल्स है इसमें आपको अपॉर्चुनिटी ढूंढनी है मार्केट काफी ज्यादा गिर रही है और एक स्मार्ट इन्वेस्टर क्या करता है ऐसा टाइम में वे अपॉर्चुनिटी ढूंढता है कि कौन-कौन सी कंपनी बहुत गिर रही है मुझे तो ऐसे ही बहुत सारे कंपनी मिल रही है जो काफी करेेजली गिर रही है मार्केट में जो लोग गलतियां करती है आपको उन गलतियों का फायदा लेना है तो इसलिए आपको पैनिक होने से ज्यादा आपको अपॉर्चुनिटी ढूंढनी चाहिए ताकि जब मार्केट में ऊपर चला जाए बहुत ऊपर चला जाए जहां पर लोग खुश होकर शहर को बाय करते हैं तब आपको उसे टाइम पर उल्टा सोचा है
जैसे की warren buffett कहते हैं कि just do opposite तो इस पर हमारा फोकस रहना चाहिए तो आने वाले टाइम पर इलेक्शंस है अभी यूनाइटेड स्टेट अमेरिका में तो आने वाले टाइम पर मार्केट काफी वालाटाइल्स ही रहेगा
निष्कर्ष:- फिलहाल यही तक आपको एक कोलोरिटी आ गई होगी क्योंकि वाललिटी बनी रहेगी USA Election और फेडरल रिजर्व Metting और जो खराब परफॉर्मेंस है क्वार्टर 2 की उसकी वजह से क्वार्टर 3 पर अब सब का ध्यान रहेगा जिसका रिजल्ट जनवरी में आएगा तो फिलहाल यही तक धन्यवाद