डिस्काउंट ब्रोकर को सेबी ने दिया झटका/मार्केट संस्था ने जो बदलाव किए हैं, वही होने चाहिए

तो SEBI की एक गाइडलाइन है

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डिस्काउंट ब्रोकर्स को झटका, मार्केट संस्था ने जो बदलाव किए हैं, वही होने चाहिए
जिस मार्केट का भाव गिर गया है, उसका ब्रोकर

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आइए शेयर मार्केट के बारे में थोड़ा समझते हैंसेबी:Sebiयह एक डीमैट अकाउंट है:- इसको ऑपरेट करने के लिए कुछ ब्रोकर्स होते हैं जो पहले से ही ऐसे व्यक्ति होते हैं जो आप लोगों और शेयर मार्केट के बीच में बैठे होते हैं।और भी कंपनियां हैं:- जैसे कि ज़रोदा, एंजेल वन, इनके जरिए भी लोग शेयर खरीदते हैं। इस समय मार्केट में एक्टिव सब्सक्राइबर के साथ groww, Zaroda, Angel One, Up Stock जैसी कंपनियां भारत में टॉप 5 में चल रही हैं। लेकिन यह ब्रोकर फ्री में काम नहीं करता यह अपना कमीशन भी लेता है जिसे हम ब्रोकरेज फीस कहते हैं। जैसे कुछ कंपनियां जो कहती हैं कि हम जीरो ब्रोकरेज लेते हैं जरूर कुछ गड़बड़ है आप लोगों का पैसा ले रहे हैं मेरा पैसा लगा रहे हैं लोगों को इतना अच्छा प्लेटफॉर्म दे रहे हैं इसमें न जाने कितने लोग पर्दे के पीछे शेयर मार्केट में काम करते हैं और आप कहते हैं कि हम जीरो ब्रोकरेज लेते हैं इसका मतलब जरूर कुछ गड़बड़ है आप इस पैसे से कुछ करते हैं जिससे ब्रोकर आपके पास पैसा पहुंचा रहा है। आइए जानते हैं जिस प्लेटफॉर्म से आप लोग शेयर खरीदते हैं उससे हमें कई तरह के चार्ज देने पड़ते हैं जैसे ब्रोकरेज कुछ कमीशन लेता है और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का भी चार्जर होता है जीएसटी होता है एसटीटी होता है एसडी होता है और दूसरे चार्ज होते हैं जब आप लोग शेयर बेचते हैं तो ब्रोकर टैक्स के रूप में कुछ पैसे काट लेता है। भारत में इतने बड़े प्लेटफॉर्म हैं, मान लीजिए चार करोड़ आबादी आपके जरिए ट्रेडिंग कर रही है, अगर 4 करोड़ आबादी में से अगर ₹10 का एक व्यक्ति ट्रेडिंग करता है तो 40 करोड़ बनता है, अगर 100 का कोई व्यक्ति ट्रेडिंग करता है तो 400 करोड़ बनता है, तो आप लोग सोचिए कि हमारे देश में अगर 1000 बनता है तो 5000 करोड़ बनता है, इसमें से ब्रोकर कुछ प्रतिशत टैक्स देगा और पूरी रकम ब्रोकर अपने पास रख लेगा। जितना बड़ा क्लाइंट होता है उसे उतना बड़ा डिस्काउंट दिया जाता है, मतलब आपने कहा भाईसाहब मैं 10 किलो आलू खरीदूंगा, उसने आपको 175 में दिया, आपने कहा मैं 100 किलो खरीदूंगा, हो सकता है कि वह आपको 150 के रेट में 100 किलो दे, आपने कहा मैं पूरा आलू मार्केट खरीदूंगा, उसने कहा भाईसाहब ₹100 में 10 किलो ले लो, ऐसे में बड़ी मार्केट वाली कंपनी इतना बड़ा डिस्काउंट दे रही थी, सेबी ने इस बात को नोटिस किया, सेबी ने कहा सुनो ब्रोकर्स और सबकी ब्रोकरेज एक जैसी रहेगी, मतलब ऐसा नहीं होगा, हमारे पास ज्यादा लोग हैं, ज्यादा पैसा काम आएगा, आप ब्रोकर हैं, आपके पास ज्यादा लोग हैं, इस चक्कर में आप ज्यादा पैसा ले रहे हैं, खबर यह है कि सेबी ने कहा है कि जो मार्केट संस्थाएं ब्रोकर्स से पैसा ले रही हैं, सभी ब्रोकर्स के लिए चार्ज एक जैसा होना चाहिए जैसे ही ये खबर आई, बड़ी-बड़ी कंपनियाँ जैसेनिष्कर्ष:- मुझे उम्मीद है कि इस लेख में ब्रोकरेज के बारे में हमने जो लिखा है वह आपको समझ में आ गया होगा। शेयर बाजार के अपडेट के लिए इस वेबसाइट से जुड़े रहें। धन्यवाद।

Table of Contents

  1. आइए शेयर मार्केट के बारे में थोड़ा समझते हैं

  2. What Is Share Market

  3. जैसे आप लोग सब्जी खरीदने के लिए सब्जी मार्केट जाते हैं, वैसे ही अगर आपको किसी कंपनी में शेयर खरीदना है, तो आपको किसी ब्रोकर के पास डीमैट अकाउंट खोलना होगा

    जिसे हम इंग्लिश में शेयर कहते हैं, अगर आपको किसी कंपनी में शेयर खरीदना है, तो आप शेयर मार्केट जाते हैं, लेकिन मार्केट अभी भी वही है और

    उस मार्केट का नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है, मुंबई में दो मार्केट हैं, एक का नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है और दूसरे का नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है

    अगर हम उस मार्केट से शेयर खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए हमें ब्रोकर की जरूरत होगी, जिसे हम लोग ब्रोकर कहते हैं

    1. सेबी:Sebi

    2. http://डिस्काउंट ब्रोकर को सेबी ने दिया झटका
      SEBI
      SEBI

ने एक उचित व्यवस्था की है, अगर आप लोग शेयर खरीदना या बेचना चाहते हैं, तो इसके लिए आप लोगों को डीमैट अकाउंट खोलना होगा, डीमैट अकाउंट खोलने के बाद आप लोग किसी भी कंपनी के शेयर खरीद और बेच सकते हैं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज दोनों में पहले से ही रजिस्टर्ड है

यह एक डीमैट अकाउंट है:- इसको ऑपरेट करने के लिए कुछ ब्रोकर्स होते हैं जो पहले से ही ऐसे व्यक्ति होते हैं जो आप लोगों और शेयर मार्केट के बीच में बैठे होते हैं।

आप लोग इनके जरिए शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और निवेश कर रहे होते हैं, जैसे कि ज़रोदा, एंजेल ब्रोकिंग, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, अपस्टॉक्स, शेरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, 5पैसा, कोटक। इस तरह से मार्केट में कुछ ब्रोकर्स और भी बहुत सारे ब्रोकर्स हैं। आप इन ब्रोकर्स के जरिए अपना सामान खरीद सकते हैं, जिसे हम शेयर कहते हैं। भारत में कई ऐसी कंपनियां हैं जो इस तरह से अकाउंट खोलती हैं, जिसके जरिए लोग डीमैट अकाउंट खोलते हैं। इनमें सबसे बड़ी कंपनी का नाम है groww, जिसके पास भारत का करीब 23.4% हिस्सा है, यानी कि groww के जरिए भारत के लोग शेयर मार्केट से सबसे ज्यादा शेयर खरीदते हैं।

और भी कंपनियां हैं:- जैसे कि ज़रोदा, एंजेल वन, इनके जरिए भी लोग शेयर खरीदते हैं। इस समय मार्केट में एक्टिव सब्सक्राइबर के साथ groww, Zaroda, Angel One, Up Stock जैसी कंपनियां भारत में टॉप 5 में चल रही हैं। लेकिन यह ब्रोकर फ्री में काम नहीं करता यह अपना कमीशन भी लेता है जिसे हम ब्रोकरेज फीस कहते हैं। जैसे कुछ कंपनियां जो कहती हैं कि हम जीरो ब्रोकरेज लेते हैं जरूर कुछ गड़बड़ है आप लोगों का पैसा ले रहे हैं मेरा पैसा लगा रहे हैं लोगों को इतना अच्छा प्लेटफॉर्म दे रहे हैं इसमें न जाने कितने लोग पर्दे के पीछे शेयर मार्केट में काम करते हैं और आप कहते हैं कि हम जीरो ब्रोकरेज लेते हैं इसका मतलब जरूर कुछ गड़बड़ है आप इस पैसे से कुछ करते हैं जिससे ब्रोकर आपके पास पैसा पहुंचा रहा है। आइए जानते हैं जिस प्लेटफॉर्म से आप लोग शेयर खरीदते हैं उससे हमें कई तरह के चार्ज देने पड़ते हैं जैसे ब्रोकरेज कुछ कमीशन लेता है और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का भी चार्जर होता है जीएसटी होता है एसटीटी होता है एसडी होता है और दूसरे चार्ज होते हैं जब आप लोग शेयर बेचते हैं तो ब्रोकर टैक्स के रूप में कुछ पैसे काट लेता है। भारत में इतने बड़े प्लेटफॉर्म हैं, मान लीजिए चार करोड़ आबादी आपके जरिए ट्रेडिंग कर रही है, अगर 4 करोड़ आबादी में से अगर ₹10 का एक व्यक्ति ट्रेडिंग करता है तो 40 करोड़ बनता है, अगर 100 का कोई व्यक्ति ट्रेडिंग करता है तो 400 करोड़ बनता है, तो आप लोग सोचिए कि हमारे देश में अगर 1000 बनता है तो 5000 करोड़ बनता है, इसमें से ब्रोकर कुछ प्रतिशत टैक्स देगा और पूरी रकम ब्रोकर अपने पास रख लेगा। जितना बड़ा क्लाइंट होता है उसे उतना बड़ा डिस्काउंट दिया जाता है, मतलब आपने कहा भाईसाहब मैं 10 किलो आलू खरीदूंगा, उसने आपको 175 में दिया, आपने कहा मैं 100 किलो खरीदूंगा, हो सकता है कि वह आपको 150 के रेट में 100 किलो दे, आपने कहा मैं पूरा आलू मार्केट खरीदूंगा, उसने कहा भाईसाहब ₹100 में 10 किलो ले लो, ऐसे में बड़ी मार्केट वाली कंपनी इतना बड़ा डिस्काउंट दे रही थी, सेबी ने इस बात को नोटिस किया, सेबी ने कहा सुनो ब्रोकर्स और सबकी ब्रोकरेज एक जैसी रहेगी, मतलब ऐसा नहीं होगा, हमारे पास ज्यादा लोग हैं, ज्यादा पैसा काम आएगा, आप ब्रोकर हैं, आपके पास ज्यादा लोग हैं, इस चक्कर में आप ज्यादा पैसा ले रहे हैं, खबर यह है कि सेबी ने कहा है कि जो मार्केट संस्थाएं ब्रोकर्स से पैसा ले रही हैं, सभी ब्रोकर्स के लिए चार्ज एक जैसा होना चाहिए जैसे ही ये खबर आई, बड़ी-बड़ी कंपनियाँ जैसे

Zerodha Grow Angel One ये सारी कंपनियाँ, इनमें से कुछ कंपनियाँ पहले से ही शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं, ये खबर आने के बाद इन कंपनियों के शेयर की कीमत सामान्य से नीचे गिरने लगी.

तो SEBI की एक गाइडलाइन है:- ब्रोकरेज चार्ज के लिए,  Zerodha तैयार है, Angel One तैयार है और ऐसी बहुत सारी कंपनियाँ हैं. SEBI ने सबको बराबर सम्मान दिया है, चाहे एक करोड़ क्लाइंट हों या 100 क्लाइंट, SEBI सबको बराबर देख रही है.
SEBI की उचित गाइडलाइन हमारे देश में आ चुकी है. SEBI ने फेयर शेयर मार्केट प्रैक्टिस में पारदर्शिता लाने को कहा है.

  1. अब MIIS जो मार्केट इंटरमीडियरी हैं, स्टॉक एक्सचेंज हो सकते हैं, NSDL जैसी डिपॉजिटरी हो सकती हैं, क्लियरिंग हाउस हो सकते हैं।

    इन सभी को कहा गया है कि आप किसी भी तरह की मनमानी नहीं करेंगे और आपको ये सारी चीजें सेबी को सही तरीके से काम करते हुए देनी होंगी।

    इसे अक्टूबर से लागू करने को कहा गया है

    1.उम्मीद है कि 1 अक्टूबर 2024 से स्टॉक पर ब्रोकरेज बढ़ जाएगा, यानी अब सबको एक जैसा डिस्काउंट मिलना शुरू हो जाएगा, तो कुल मिलाकर अब सब एक जैसे ही आगे बढ़ेंगे।

    क्योंकि ब्रोकर की कमाई का रास्ता कट रहा है।

    इस पर सभी की प्रतिक्रिया आने लगी। शेयर मार्केट में एक ब्रोकर का स्टॉक है, ब्रोकर का स्टॉक 10 प्रतिशत गिर गया, जैसे एंजेल वन का शेयर गिर गया, 5 पैसा कैपिटल का शेयर गिर गया, मोतीलाल ओसवाल का शेयर गिर गया और भी एक कंपनी का शेयर गिर गया। इस बीच जीरोधा के संस्थापक ने ट्वीट कर कहा कि अगर 1 अक्टूबर से ऐसा हुआ तो 2 अक्टूबर से मैं अपना ब्रोकरेज लेना शुरू कर दूंगा। उन्होंने अपनी तरफ से सारी बातें बताई हैं।

    निष्कर्ष:- मुझे उम्मीद है कि इस लेख में ब्रोकरेज के बारे में हमने जो लिखा है वह आपको समझ में आ गया होगा। शेयर बाजार के अपडेट के लिए इस वेबसाइट से जुड़े रहें। धन्यवाद।

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