नमस्कार दोस्तों 24 न्यूज़ कैंपस हिंदी में आप सबका स्वागत है
आज इस आर्टिकल में एक ऐसी चर्चा करने जा रहे हैं जो कि आप सब आवश्यक पढ़ना चाहेंगे
मैं बात करने वाला फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के बारे में|
SEBI का मानना है कि 93% इन्वेस्टर नुकसान उठाते हैं 93% नुकसान उठाने वाले ऐसा कौन सा ट्रेडिंग पैटर्न है उसका नाम है फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में
इससे बचने के लिए हाल ही में सेबी ने कुछ उपाय खोज कि हैं
क्योंकि निफ़्टी ने सेबी की गाइडलाइंस को मानते हुए कुछ परिवर्तन किए हैं ताकि लोगों को नुकसान से बचाया जा सके
ट्रेडिंग कि जब भी बात आती है अपने अक्सर अपने घर के आसपास लोगों को एक शब्द कहते हुए सुना हो पुराने जमाने के लोग जो है जिन्होंने किसी शेयर मार्केट के बारे में राय बनाई एक ही राय बनाई वह राय थी यह तो जुआ है ट्रेडिंग सट्टा है यह जो ट्रेडिंग सट्टा है यह जो शब्द बना यह इसी फ्यूचर एंड ऑप्शन जैसी चीजों के लिए बना होगा ऐसा क्यों क्योंकि जिस तरह से सस्ता के लालच में लोग फस जाते हैं और उसे दलदल में ही फसते चले जाते हैं और अपना बहुत कुछ लुटा देते हैं कुछ वैसे ही ट्रेडिंग के एक टाइप फ्यूचर एंड ऑप्शन के केस में लोगों का राय निकली कि जब 95% इन्वेस्टर इसमें घाटा ही उठते हैं तो किस-किस तरह से लोगों future and option main अपनी और खींच लाता है लोगों को इतना पता होने के बावजूद भी लोग इन्वेस्ट करते हैं तो ऐसा इसमें है क्यों फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग के पीछे लोग दीवाना होकर भागते हैं क्या है कहानी और क्यों इसे रोकने के लिए निफ्टी ने हाल ही में कुछ स्टेप उठाए हैं जो सुर्खी बन गए हैं
स्टॉक एक्सचेंज ने हाल ही में लोट साइज को उसके 5 बड़े स्टॉक जो है उनके डेरिवेटिव के अंदर तय कर दिया है लोट साइज बढ़ा दिया गया है
इन सब बातों को और डिटेल में समझते हैं :- फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले के लिए बड़ी खबर यह है कि देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने फ्यूचर एंड ऑप्शन के लिए लोट साइज बढ़ा दिया है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने SEBI के नए नियम के मुताबिक फ्यूचर एंड ऑप्शन का लोट Size बढ़ाया है अब निफ़्टी फिफ्टी का लोट साइज बढ़कर 25 से बढ़कर 75 हो गया है जबकि बैंक निफ्टी का लोट साइज 15 से बढ़कर 30 हो गया है
Fin निफ्टी का लोट साइज 25 से बढ़कर 65 हो गया है Mid cap निफ्टी का लोट साइज 50 से बढ़कर 120 और निफ्टी 50 का लोट साइज 10 से 25 किया गया है
यह बदलाव 20 नवंबर 2024 से सभी नए इंडेक्स डेरिवेटिव कांट्रैक्ट्स, वीकली मंथली, क्वार्टरली और हाफ इयरली पर लागू होगा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने यह भी बताया कि नए कांट्रैक्ट्स की वैल्यू कम से कम 15 लाख रुपया होना चाहिए और यह लोट साइज इस तरह से तय किया जाएगा कि कांट्रैक्ट्स वैल्यू 15 लाख से 20 लख रुपए की बीच हो
NSE :- ने कहा मौजूदा वीकली और मंथली एक्सपायरी अपने निर्धारित लोट साइज के साथ जारी रहेगी
जब तक कि उनकी एक्सपायरी डेट नहीं आती वहीं क्वार्टरली और हायरली कांट्रैक्ट्स के लिए बैंक निफ्टी के लोट साइज को 24 दिसंबर 2024 के अंत में और निफ्टी के लोट साइज को 26 दिसंबर 2024 के अंत में नए लोट साइज में बदलाव किया जाएगा
आज भी ऐसे लोगों की तादाद बहुत अधिक है जो Share बाजार को जुआ मानते हैं मतलब अगर आपकी किस्मत अच्छी है तो शेयर बाजार आपको राजा बना देगी नहीं तो फिर भिखारी बना देगी लेकिन शेयर मार्केट ट्रेडिंग के बारे में यह बात पूरी तय नहीं है यहां पर उतार चढ़ाव और कुछ खास चीजों पर निर्भर करता है जिसके बारे में अनुभवी ट्रेड आसानी से अंदाज लगा सकते हैं
सेबी की एक ताजा रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि अभी भी इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में 100 में से 93 प्रतिशत व्यक्ति का कारोबार और इंडिविजुअल Trader नुकसान उठा रहे हैं यह रिपोर्ट जनवरी 2023 में सेबी की प्रकाशित एक रिपोर्ट पर आधारित है जिसमें पाया गया है कि फाइनेंशली ईयर 2022 में 89% इन्वेस्टर Trader ने फ्यूचर एंड ऑप्शन में पैसा गवा दिए हैं जुलाई में सेबी ने फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में अस्थिरता को रोकने के उद्देश्य से यह रिपोर्ट जारी की है
एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 से 24 तक यानी 3 वर्ष के दौरान 93% इंडिविजुअल ट्रेड नुकसान उठा रहे हैं जिनका संख्या 1 करोड़ से भी ज्यादा रही है
इंडिविजुअल Trader कुल नुकसान 3 वर्ष की अवधि में फाइनेंशियल ईयर 2022 से फाइनेंशियल ईयर 2024 के बीच में लाखों करोड़ों रुपए से अधिक नुकसान उठाए हैं
यहां पर एक जानकारी और देना चाहूंगा कि 93% लोगों का जो नुकसान हुआ है फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में और सबसे ज्यादा पैसा बनाकर जो लेकर गया है वे लोग जो बाहर बैठे हुए हैं FPI यानी फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर उन्होंने 33000 करोड़ रूपया कमाए यानी अपने लगाया और इन्होंने कमाए और यहां पर साथ में जो Proprietary Trader,s थे उन्होंने 28000 करोड़ रुपया कमाए यानी कि लगभग लगभग 55 करोड़ यह दो तरह के लोग कमा के निकल गए बाकी सब अपना नुकसान कर आ गए
What Are Future And Option:- असल में एक ट्रेडिंग है ऑप्शन ट्रेडिंग जो की एक प्रकार की रुक अभियान ही है
कैसे हैं एक उदाहरण से समझते हैं कोई कंपनी है जिसके पास में Shares मतलब जिस किसी कंपनी के Share कोई Xyz यानी मान लीजिए कि राहुल नाम का एक व्यक्ति है जिसके पास 6000 Share है और कंपनी के जिस कंपनी का वर्तमान Share मूल्य ₹100 है मुझे राहुल के बारे में पता चला कि राहुल के पास 6000 Share है और जो 6000 Share है ₹100 के रेट से उसके पास में वर्तमान में यह Share जिस कंपनी के हैं वह कंपनी चीनी बनती है मुझे एक न्यूज़ पता चलती है कि भविष्य में भारत सरकार इथेनॉल चीनी से बनाने वाले हैं यह एक छोटा सा उदाहरण है इथेनॉल चीनी से बनाने वाले हैं तो मुझे यह बात पता चल कि अपने जानकार सूत्रों से की भविष्य में चीनी के दाम बढ़ाने वाले हैं अब सारा सूचना ही सारा की सारा मार्केट है अपने दिमाग लगाया कि 6000 Share ₹1 के हिसाब से राहुल के पास 6 लाख के Share है इस समय पर मैं राहुल के पास जाता हूं और मैं कहता हूं कि यह Share मुझे दे दो राहुल कहता है कि भाई मुझे 6 लाख दे दो और यह Share ले लो मेरे पास तो 6 लाख है ही नहीं बस मेरे पास एक सूचना है कि भविष्य में कुछ ऐसा होने जा रहा है और मुझे पता है कि यह जो ₹100 का शेयर यह भविष्य में ₹200 का बनेगा
भविष्य में कुछ ऐसा होने वाला है दाम बढ़ने वाला है राहुल ने 6000 का माल 720 रुपए के हिसाब से उसका तो 6 में ही बिक रहा था पहले अब 720 में बिक रहा है तो राहुल को फायदा दिख रहा है राहुल ने दिमाग क्या लगा लिया कि चलो कोई बात नहीं ₹10 प्रीमियम ही सही अगर 6000 का शेयर ₹10 के हिसाब से मुझे एडवांस मिल रहा है
तो राहुल को ₹60000 में देकर किनारे हो गया कि यार तू यह 60000 पकड़ ले यह मेरी तरफ से एडवांस है इसको अपने पास रख और सुन यह ₹60000 मत देना इस महीने के अंदर मैं तेरा या पूरा का पूरा लौट ना खरीद लूं तो मुझे भी फायदा हो गया राहुल को भी फायदा हो गया बिकते भी है तो 120000 के बिकेंगे यानी की 120 रुपए के हिसाब से बिकेंगे तो भी मुझे 720000 देकर जाएंगे राहुल को हर हाल में फायदा हो गया अब जो खरीदार है खरीदार आप हो सकते हो मैं भी हो सकता हूं
वह किस बात पर इतना बड़ा रिस्क ले रहा है वे रिस्क ले रहा है कि यह जो 120 रुपया का शेयर जो है ना असल में यह बढ़कर होने वाले हैं ₹200 रुपए का अभी मेरा पास मात्र 60000 ही थे 6 लाख की जगह में 60000 में सारा का सारा काम कर लिया जैसे ही यह सूचना आएगी यह शेयर हो जाएगा 200 का राहुल बाध्य है मैं उससे 120 रुपए के हिसाब से ले लूंगा और लेकर ₹200 में बेचकर 80 रुपया प्रति Share मुनाफा कमा लूंगा मेरा पॉकेट से 60000 की बुकिंग गई थी ₹80 प्रति Share के हिसाब से 4 Lac 80 हजार में काम के साइट हो जाऊंगा इस तरह से रिस्क लेते हैं कोई मुनाफा कमा लेता है कोई अपना सारा प्रीमियम डूबा के चला जाता है इसी को ऑप्शन ट्रेडिंग कहते हैं
Future Trading:- फ्यूचर ट्रेडिंग और बड़ी चीज है उसमें क्या है अपने सामने वाले पार्टी से कहा कि राहुल सुन मेरी बात अपने पास ₹60000 भी नहीं है अपने पास आइडिया है यह जो शेयर है ना यहां हंगामा होगा पर मैं आपको नहीं बताऊंगा यह बात क्योंकि आपको पता चल गया तो यह Share तू ही बेच देगा
मैं तो आपको यह कह रहा हूं कि इस साल के या इस महीने के अंत में आपको कुछ भी नहीं करना यह तेरा पूरा का पूरा Lot चाहे शेयर ₹90 के भाव में लेकर जाए चाहे 60₹ के भाव में लेकर जाए मेरे को 120 के भाव में बेच देना मैं पूरा का पूरा Lot खरीद लूंगा
ममतल यह है जो आपका ₹6000 का शेयर है ना 120 के भाव में 720 रुपया पर खरीद के में किनारे हो जाऊंगा तू इसकी lot ही मत लो अभी मेरा पास पैसा नहीं है आपने कहा आपके पास पैसा नहीं है और आप ऑप्शन लगा दिए
बोलो मैं तो फ्यूचर लगा दिया इसका पूरा का पूरा 720 के लिए आपने अपने अकाउंट के कुछ बैलेंस को Fd को दिखाया कि देख मेरा अकाउंट में पहले से पैसा है मैं फ्यूचर में निवेश कर रहा हूं फिलहाल नहीं दे रहा हूं महीने के अंत में दे दूंगा अगर फायदा हो गया या तो मेरा नुकसान हो गया तो पैसा तो पहले से जमा है अकाउंट में निकाल लेना
यह हो गया फ्यूचर एंड ऑप्शन समझ में आ गया यह कहानी
कुल मिलाकर मेरा कहने का अर्थ यह है कि आपके लिए इतना है कि आपका यह जो फ्यूचर एंड ऑप्शन है ना इन फ्यूचर एंड ऑप्शन में जहां ऑप्शन ट्रेडिंग आपसे टोकन मनी गड्ढे में डलवा रही है
वहीं पर फ्यूचर के अंदर तो अपने भविष्य में सारा माल खरीदने के नाम पर जो बात सौदा कर लिए हैं वह फायदा हो या नुकसान वे आपका होगा
अब आप लोगों के दिमाग में बड़ा सवाल आया होगा कि सेबी को जब यह बात पता है तो सेबी रोक क्यों नहीं देता है पूरी घटना को
सेबी को पता है तो उससे भी रोक क्यों नहीं देते:- आप ट्रेडिंग को कैसे रोक सकते हैं भारत तो ट्रेडिंग पर ही चल रहा है
तो SEBI ने क्या तरीका अपनी सेबी ने तरीका अपना ही की एक काम करते हैं यह जो कॉलेज के बच्चे हैं यह जो नए लोग हैं जो 25 से 30 साल के लोग हैं यह लोग फ्यूचर एंड ऑप्शन में बड़ा इंटरेस्ट ले रहे हैं इनका स्टॉक बड़ा कर दो यह अभी तक 6000 Share खरीदने को कहते थे इसे 18 हजार शेयर कर दो
मतलब अगर खरीदना है तो 6000 का शेयर नहीं 18000 Share खरीदो एक ही बार में Lot साइज तीन गुना बड़ा कर दो
18000 करोगे तो 18000 शेयर पर ₹10 के हिसाब से टोकन प्राइस देकर या प्रीमियम प्राइस देकर गया तो ऐसे में वह एडवांस भी ₹200000 का होगा जिसके पास 2 लाख ही नहीं होगा वह इस फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में आएगा ही नहीं
यानी कि छोटे लोगों को जिसके पास धन ही नहीं है वह लालच में आकर जुआ खेल खेलने लग जाए उनको रोकने के लिए Lot साइज बड़ा कर दो सेबी ने यह आदेश दिया
क्योंकि उसके पास Data था कि फ्यूचर एंड ऑप्शन में प्रति व्यक्ति के हिसाब से जो नुकसान है वह कुछ कितने लाखों में है
फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में जो लाखों में ट्रेड करते हैं सबसे ज्यादा वह राज्य है
1. महाराष्ट्र प्रति व्यक्ति एवरेज Loss-74000
2. गुजरात प्रति व्यक्ति एवरेज Loss- 88000
3. उत्तर प्रदेश प्रति व्यक्ति एवरेज लॉस- 73000
4. राजस्थान प्रति व्यक्ति एवरेज लॉस- 83000
5. मध्य प्रदेश प्रति व्यक्ति एवरेज लॉस- 76000
भारत में कोरोना काल में में बहुत सारे डिमैट अकाउंट खुला क्योंकि लोगों को ट्रेडिंग समझ में आने लगी क्योंकि आज देश का जो भी मार्केट Share चल रहा है मतलब छलांगा मार रहा है
मुद्दा यह है कि इतनी तेजी से जब सेंसेक्स भाग रहे है लोग इसमें इंटरेस्ट ले रहे हैं तभी यह सब हो रहा है
लगातार डिमैट अकाउंट की संख्या बढ़ रही है लोगों ने अकाउंट खुलवाए हैं लेकिन दिक्कत कहां पर आ गई क्योंकि डिमैट अकाउंट लोग खोल तो लिए लेकिन मार्केट का नॉलेज नहीं है इसलिए मैं आप लोगों से कह रहा हूं कि पहले मार्केट को अच्छी तरीके से समझो पढ़ो उसके बाद डिमैट अकाउंट के पीछे भागो और उसके बाद मार्केट में छलांग लगाओ
रिटेलर निवेश को नुकसान से बचने के लिए सेबी का नया सर्कुलर तीन बड़ी बातें :-
1.Option Buyears से प्रीमियम का अपफ्रंट कलेक्शन:- ऑप्शन Buyer से ऑप्शन प्रीमियम का अपफ्रंट कलेक्शन किया जाएगा ज्यादातर ब्रोकरेज इस नियम का पालन पहले से ही कर रहे हैं लेकिन जो नहीं कर रहे हैं उन्हें भी यह करना होगा यह नियम 1 फरवरी से लागू होगा
2. इंडेक्स डेरिवेटिव के लिए कांट्रैक्ट्स साइज बढ़ाया:- सेबी ने इंडेक्स फ्यूचर्स और ऑप्शन के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइज को 5 से 10 लख रुपए से बढ़ाकर 15 लाख रुपया कर दिया बायर्स को एक lot के लिए ज्यादा पैसा देना होगा यह Rule 20 नवंबर 2024 से लागू होगा
3. एक्सपायरी प्रति एक्सचेंज तक सीमित करना:- वीकली इंडेक्स जितने भी एक्सपायरी डेट है सबको एक ही दिन पर लेकर आ जाओ पांचो प्रकार के एक्सपायरी को सबको एक साथ लेकर आ जाओ यह सेबी का नया रूल है तो ऐसे में लोट साइज बड़ा करके निफ्टी 50 का तो 75 कर दिया निफ़्टी बैंक का 30 कर दिया Fin निफ्टी का 65 कर दिया निफ़्टी Midcap का 120 कर दिया निफ़्टी नेक्स्ट का 25 कर दिया
Lot Size बढ़ेगा तो छोटे पैसे वाले लोग या फिर जिसे कम दाम पर बड़ा रिस्क लेने के लिए जो यूथ थे वै इससे बचेंगे
अब इसका नुकसान सबसे ज्यादा किसको होगा ब्रोकर को होगा बड़े-बड़े जो ब्रोकरस एजेंसी है फिर चाहे जीरोधा हो या एंजेल वन हो यह सब जितने भी ब्रोकर है जो फ्यूचर एंड ऑप्शन में लोगों को निवेश करवाते हैं उन्हें ब्रोकरेज से ही पैसा सबसे ज्यादा मिलती है उनके रेवेन्यू का 65% से लेकर 85% तक इसी फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग से आता है
एक तरफ से मार्केट बड़ा होते जा रहा है और दूसरी तरफ फ्यूचर एंड ऑप्शन के साथ SEBI इस तरह की गाइड लाइंस लेकर आ रहा है
जैसा भी हो पैसा आप लोगों का है निवेश समझदारी से करें निवेश का एक सिद्धांत है कि आप निवेश के लिए अपना एक फंड निकल ले कि यह मेरा पास सुरक्षित है इसे ही मैं निवेश कर सकता हूं इसी से ही मुझे आगे निकलना है
अपना जमा पूंजी को आप लोग इसके ऊपर तभी पैसे को लगेऐ जब आपको यह लगता है कि हां मैं इससे कुछ पैसा कमा सकता हूं इसके जाने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा
फ्यूचर एंड ऑप्शन से अच्छा है म्युचुअल फंड में निवेश करें आप समझदारी के साथ करना चाहते हैं तो 1 साल तक ना अपने नॉलेज को टेस्ट करके देख लो कि मैं 10 से ₹20000 लगाकर क्या मैं इस काम में पैसा बना पा रहा हूं तो तभी इस तरह के रिस्क ले बाकी आप लोग समझदार है अपना निर्णय खुद ले
निष्कर्ष:- इस आर्टिकल में फ्यूचर एंड ऑप्शन के बारे में आर्टिकल लिखा है इसमें क्या नियम लागू हुआ है सेबी की तरफ से इसके बारे में चर्चा किया गया है धन्यवाद